राजस्थान के यात्री सेवा क्षेत्र में एक नया बदलाव देखने को मिलेगा, क्योंकि राज्य सरकार ने रोडवेज के बुनियादी ढांचे में सुधार करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। रोडवेज़ की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नए बस स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा और पुराने बस स्टेशनों की हालत में सुधार किया जाएगा। इस लेख में हम जानेंगे कि राजस्थान में कहाँ-कहाँ नए बस स्टैंड बनेंगे और किन पुराने स्टेशनों पर सुधार किए जाएंगे।
9 नए बस स्टैंड का निर्माण
राजस्थान रोडवेज प्रशासन ने राज्य के विभिन्न शहरों में 9 नए बस स्टैंड बनाने की योजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना पर लगभग 14.5 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह कदम यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और रोडवेज सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। इन नए बस स्टेशनों के निर्माण से यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधाएं, जैसे कि शुद्ध पानी, शौचालय, बैठने की बेहतर व्यवस्था और सुरक्षित पार्किंग की सुविधा मिलेगी।
नए बस स्टेशनों की सूची:
- रूपवास (बयाना) – 1.5 करोड़ रुपये
- बनेड़ा (शाहपुरा) – 1.5 करोड़ रुपये
- श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) – 1.5 करोड़ रुपये
- महवा (दौसा) – 1.5 करोड़ रुपये
- सपोटरा (करौली) – 1.5 करोड़ रुपये
- धोद (सीकर) – 1.5 करोड़ रुपये
- खींवसर (नागौर) – 1.5 करोड़ रुपये
- इन सभी शहरों में बस स्टेशनों के निर्माण के अलावा, कार्यशालाओं में भी मरम्मत और सुधार कार्य किए जाएंगे।
21 पुराने बस स्टेशनों पर सुधार
न केवल नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे, बल्कि राज्य के पुराने 21 बस स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जाएगा। इन स्टेशनों पर नई सुविधाओं का निर्माण, मरम्मत और सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। खासकर इन स्टेशनों के प्रतीक्षालय, शौचालय, सुरक्षा व्यवस्था और यात्री सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
सुधार किए जाने वाले पुराने बस स्टेशनों की सूची:
- जयपुर (सिंधी कैंप) – 2 करोड़ रुपये
- श्रीगंगानगर, सिरोही, झालावाड़ – 1.5 करोड़ रुपये प्रत्येक
- आबूरोड, नीम का थाना, बांसवाड़ा, बारां – 1-1 करोड़ रुपये प्रत्येक
- अनूपगढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर – 1 करोड़ रुपये प्रत्येक
- श्रीखाटूश्यामजी, सीकर, टोंक – 1 करोड़ रुपये प्रत्येक
- रतनपुर, सांडेराव, माउंट आबू, फलोदी, नदबई, श्रीमाधोपुर – 50 लाख रुपये प्रत्येक
इन बस स्टेशनों पर होने वाले सुधार से यात्रियों को बेहतर सुविधा और सुविधा होगी। जिन स्टेशनों पर काम चल रहा है, वहां पर यात्री जल्द ही सुधारित और बेहतर सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
रोडवेज के सुधार कार्यों का उद्देश्य
राजस्थान रोडवेज प्रशासन ने इस सुधारात्मक कदम को अपने यात्री सेवा क्षेत्र को अधिक व्यवस्थित और आरामदायक बनाने के उद्देश्य से उठाया है। इसके तहत रोडवेज बेड़े में भी सुधार किया जा रहा है। पिछले महीने ही 510 नई बसों को बेड़े में शामिल किया गया है और 300 और नई बसों की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, 200 इलेक्ट्रिक बसों का भी अनुबंध किया गया है, जिससे पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी योगदान मिलेगा।
इसके अलावा, 37 रोडवेज डिपो और कार्यशालाओं में सुधार कार्य किए जाएंगे। इसके तहत लगभग 12 करोड़ 75 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। अजमेर केंद्रीय कार्यशाला के लिए सबसे अधिक 80 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
रोडवेज सुधारों का यात्री सेवा पर प्रभाव
रोडवेज के इंफ्रास्ट्रक्चर और बस स्टेशनों में हो रहे इन सुधारों का सीधा प्रभाव यात्रियों पर पड़ेगा। यात्रियों को अधिक सुरक्षित, आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, रोडवेज प्रशासन के इन सुधारात्मक कदमों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
नई बसों और सुधरे हुए स्टेशनों की मदद से यात्रियों को बेहतर सेवा मिल सकेगी, जिससे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, नए बस स्टेशनों के निर्माण से छोटे शहरों और कस्बों में भी यात्री सेवा का स्तर ऊंचा होगा।
निष्कर्ष
राजस्थान रोडवेज प्रशासन के द्वारा 9 नए बस स्टेशनों का निर्माण और 21 पुराने स्टेशनों का सुधार यात्रा के अनुभव को पूरी तरह से बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल यात्रा की सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। रोडवेज के इस सुधारात्मक कदम से यात्रियों को एक बेहतर, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा।