Manrega Job Card Latest Update : मनरेगा योजना में इन लोगों को नहीं मिलेगा काम, जॉब कार्ड होंगे ब्लॉक नमस्कार दोस्तों क्या आप भी महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 100 दिन के रोजगार में कार्य कर रहे हैं क्या आपके पास भी मनरेगा जॉब कार्ड बना हुआ है तो आज की यह जानकारी आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है सरकार के द्वारा मनरेगा योजना को लेकर एक हाल ही में नई अपडेट जारी की गई है जिनके अंतर्गत कई लोगों के जॉब कार्ड ब्लॉक कर दिए जाएंगे और उन्हें मनरेगा योजना के अंतर्गत काम भी नहीं मिलेगा।
तो लिए आज किस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि वह कौन सी नागरिक हैं जिनको मनरेगा में 100 दिन का कार्य भी नहीं मिलेगा और उनके जॉब कार्ड ब्लॉक कर दिए जाएंगे अगर आपके पास भी मनरेगा जॉब कार्ड बना हुआ है तो आज की जानकारी आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है इसको लास्ट तक जरूर पड़े।
मनरेगा योजना में इन लोगों को नहीं मिलेगा काम
सरकार के द्वारा हाल ही में मिल रही अपडेट के अनुसार बताया जा रहा है कि मनरेगा में कई लोगों के जॉब कार्ड ब्लॉक कर दिए जाएंगे और उन्हें मनरेगा में कार्य भी नहीं उपलब्ध करवाया जाएगा ऐसे में अगर आप भी मनरेगा के अंतर्गत 100 दिन का कार्य कर रहे हैं।
तो आपको बता दे कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में पंजीकृत मजदूरों को साल में 100 दिन के काम दिए जाते हैं इस योजना के अंतर्गत 3.46 लाख मजदूरों के पास मनरेगा जॉब कार्ड बना हुआ है जिनमें से एक पॉइंट 12 लाख मनरेगा मजदूरों ने साल भर काम की मांग नहीं की है वही केवल 46000 जॉब कार्ड तारक मजदूरों ने ही 100 दिन का काम किया है ऐसे में सरकार के द्वारा शेष जॉब कार्ड धारक मनरेगा मजदूरों का सत्यापन करेगी और जिन मजदूरों को इस काम की आवश्यकता नहीं है उनके जॉब कार्ड को ब्लॉक कर दिया जाएगा।
जॉब कार्ड ब्लॉक होने से क्या होगा नुकसान
जैसा कि आप सभी लोगों को यह तो पता होगा कि केंद्र सरकार के द्वारा गांव में मजदूरों को कम देने के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत उनको 1 साल में 100 दिन का कार्य उपलब्ध करवाया जा रहा है लेकिन अब विभाग की ओर से जॉब कार्ड धारक मजदूरों का सत्यापन किया जाएगा यानी की मजदूर के जॉब कार्ड चेक किए जाएंगे सत्यापन पूरा हो जाने के बाद में जिन मजदूरों ने 1 साल में 100 दिन का कार्य पूरा नहीं किया है उन सभी मजदूरों के जॉब कार्ड को ब्लॉक कर दिया जाएगा जॉब कार्ड ब्लॉक हो जाने के बाद में वह मजदूर उसे कार्ड के जरिए मनरेगा के तहत मजदूरी नहीं कर सकेगा।
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को शुरू करने का उद्देश्य
दोस्तों कोरोना कल में शहरी क्षेत्र में रोजगार है छीनने के बाद सभी नागरिक गांव की ओर लौट गए थे इस संकट की घड़ी में उन सभी नागरिकों को मनरेगा योजना का सबसे बड़ा सहारा था इस दौरान सरकार ने इस योजना के तहत मजदूरों के जॉब कार्ड बनाए गए थे और उन्हें योजना के तहत 1 साल में 100 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाया था वही मजदूरों के खातों में अधिक से अधिक सहायता दी गई थी कोरोना कल खत्म होने के बाद में जब जन जीवन सामान्य तरीके से चलने लगा और फिर से श्रमिक अन्य राज्यों में मजदूरी करने निकल गए जिस मनरेगा के तहत जॉब कार्ड होने के बावजूद भी उनको इस काम की मांग नहीं रही इसीलिए अब सरकार के द्वारा यह फैसला लिया गया है कि जिन मजदूरों को जॉब कार्ड के जरिए 100 दिन का कार्य करने की आवश्यकता नहीं है उनके जॉब कार्ड को ब्लॉक कर दिया जाएगा ताकि उनके नाम पर हो रहे फर्जी वाले को रोका जा सके।
अब सरकार के द्वारा महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत केवल उनका ही रोजगार दिया जाएगा जिनको इस रोजगार की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है और वह एक साल में 100 दिन का कार्य पूरा कर सकते हैं।